सोमवार, 7 फ़रवरी 2022

स्वर कोकिला लता मंगेशकर/ Bharat Ratna Lata Mangeshkar/Lata Mangeshkar ji ke bare me/About Lata Mangeshkar in Hindi

 

                                             



                                                           ☀️'स्वर कोकिला लता मंगेशकर'☀️



संगीत क्षेत्र में उपलब्धि और अवार्ड्स


लता मंगेशकर ने 1942 से अब तक लगभग 7 दशकों में 1000 से भी ज्यादा हिंदी फिल्मों और 36 से भी ज्यादा भाषाओं में गाने गाए हैं। उनको साल 2001 में 'भारत रत्न' से नवाजा गया था। उनको 1969 में पद्म भूषण, 1989 दादा साहब फाल्के अवार्ड और 1999 पद्म विभूषण में से नवाजा गया है। साथ ही, उन्‍हें 3 बार साल 1972, 1975 और 1990 में राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

Born on 28 Sep 1929 (Age 92)

         🔺इदौर, मध्य प्रदेश🔺



भारत रत्न लता मंगेशकर भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका हैं जिनका छ: दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है। जिनकी आवाज़ ने छह दशकों से भी ज़्यादा संगीत की दुनिया को सुरों से नवाज़ा है। भारत की 'स्‍वर कोकिला' लता मंगेशकर ने 25 भाषाओं में 50,000 से भी ज्यादा गाने गाये है। उनकी आवाज़ सुनकर कभी किसी की आँखों में आँसू आए, तो कभी सीमा पर खड़े जवानों को सहारा मिला। लता जी आज भी अकेली हैं, उन्होंने स्वयं को पूर्णत: संगीत को समर्पित कर रखा है।लेकिन उनकी पहचान भारतीय सिनेमा में एक पार्श्वगायक के रूप में रही है। अपनी बहन आशा भोंसले के साथ लता जी का फ़िल्मी गायन में सबसे बड़ा योगदान रहा है।


 

🔺 पष्‍ठभूमि


कुमारी लता दीनानाथ मंगेशकर का जन्म 28 सितम्बर, 1929 इंदौर, मध्यप्रदेश में हुआ था।उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर एक कुशल रंगमंचीय गायक थे। दीनानाथ जी ने लता को तब से संगीत सिखाना शुरू किया, जब वे पाँच साल की थी। उनके साथ उनकी बहनें आशा, ऊषा और मीना भी सीखा करतीं थीं। लता 'अमान अली ख़ान साहिब' और बाद में 'अमानत ख़ान' के साथ भी पढ़ीं। लता मंगेशकर हमेशा से ही ईश्वर के द्वारा दी गई सुरीली आवाज़, जानदार अभिव्यक्ति व बात को बहुत जल्द समझ लेने वाली अविश्वसनीय क्षमता का उदाहरण रहीं हैं। इन्हीं विशेषताओं के कारण उनकी इस प्रतिभा को बहुत जल्द ही पहचान मिल गई थी। लेकिन पाँच वर्ष की छोटी आयु में ही आपको पहली बार एक नाटक में अभिनय करने का अवसर मिला। शुरुआत अवश्य अभिनय से हुई किंतु आपकी दिलचस्पी तो संगीत में ही थी।

 

वर्ष 1942 में इनके पिता की मौत हो गई। इस दौरान ये केवल 13 वर्ष की थीं। नवयुग चित्रपट फिल्‍म कंपनी के मालिक और इनके पिता के दोस्‍त मास्‍टर विनायक (विनायक दामोदर कर्नाटकी) ने इनके परिवार को संभाला और लता मंगेशकर को एक सिंगर और अभिनेत्री बनाने में मदद की।


🔺'संघर्ष


सफलता की राह कभी भी आसान नहीं होती है। लता जी को भी अपना स्थान बनाने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पडा़। कई संगीतकारों ने तो आपको शुरू-शुरू में पतली आवाज़ के कारण काम देने से साफ़ मना कर दिया था। उस समय की प्रसिद्ध पार्श्व गायिका नूरजहाँ के साथ लता जी की तुलना की जाती थी। लेकिन धीरे-धीरे अपनी लगन और प्रतिभा के बल पर आपको काम मिलने लगा। लता जी की अद्भुत कामयाबी ने लता जी को फ़िल्मी जगत की सबसे मज़बूत महिला बना दिया था।

 

 ✅️ करियर 


लता जी को सर्वाधिक गीत रिकार्ड करने का भी गौरव प्राप्त है। फ़िल्मी गीतों के अतिरिक्त आपने ग़ैरफ़िल्मी गीत भी बहुत खूबी के साथ गाए हैं। लता जी की प्रतिभा को पहचान मिली सन् 1947 में, जब फ़िल्म “आपकी सेवा में” उन्हें एक गीत गाने का मौक़ा मिला। इस गीत के बाद तो आपको फ़िल्म जगत में एक पहचान मिल गयी और एक के बाद एक कई गीत गाने का मौक़ा मिला। इन में से कुछ प्रसिद्ध गीतों का उल्लेख करना यहाँ अप्रासंगिक न होगा। जिसे आपका पहला शाहकार गीत कहा जाता है वह 1949 में गाया गया “आएगा आने वाला”, जिस के बाद आपके प्रशंसकों की संख्या दिनोदिन बढ़ने लगी। इस बीच आपने उस समय के सभी प्रसिद्ध संगीतकारों के साथ काम किया। अनिल बिस्वास, सलिल चौधरी, शंकर जयकिशन, एस. डी. बर्मन, आर. डी. बर्मन, नौशाद, मदनमोहन, सी. रामचंद्र इत्यादि सभी संगीतकारों ने आपकी प्रतिभा का लोहा माना। लता जी ने दो आँखें बारह हाथ, दो बीघा ज़मीन, मदर इंडिया, मुग़ल ए आज़म, आदि महान फ़िल्मों में गाने गाये है। आपने “महल”, “बरसात”, “एक थी लड़की”, “बडी़ बहन” आदि फ़िल्मों में अपनी आवाज़ के जादू से इन फ़िल्मों की लोकप्रियता में चार चाँद लगाए। इस दौरान आपके कुछ प्रसिद्ध गीत थे: “ओ सजना बरखा बहार आई” (परख-1960), “आजा रे परदेसी” (मधुमती-1958), “इतना ना मुझसे तू प्यार बढा़” (छाया- 1961), “अल्ला तेरो नाम”, (हम दोनो-1961), “एहसान तेरा होगा मुझ पर”, (जंगली-1961), “ये समां” (जब जब फूल खिले-1965) इत्यादि।


🔺 'मृत्यु


6 फरवरी 2022 को मुंबई स्थित ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने 92 साल की उम्र में अपनी आखिरी साँसें ली।

🔺 परस्कार [ कौनसा & कब ]


▪️ फिल्म फेयर पुरस्कार (1958, 1962, 1965, 1969, 1993 and 1994)

▪️ राष्ट्रीय पुरस्कार (1972, 1975 and 1990)

▪️ महाराष्ट्र सरकार पुरस्कार (1966 and 1967)

▪️ 1969 - पद्म भूषण

▪️ 1974 - दुनिया में सबसे अधिक गीत गाने का गिनीज़ बुक रिकॉर्ड

▪️ 1989 - दादा साहब फाल्के पुरस्कार

▪️ 1993 - फिल्म फेयर का लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार

▪️ 1996 - स्क्रीन का लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार

▪️ 1997 - राजीव गान्धी पुरस्कार

▪️ 1999 - एन.टी.आर. पुरस्कार

▪️ 1999 - पद्म विभूषण

▪️ 1999 - ज़ी सिने का लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार

▪️ 2000 - आई. आई. ए. एफ. का लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार

▪️ 2001 - स्टारडस्ट का लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार

▪️ 2001 - भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान "भारत रत्न"

▪️ 2001 - नूरजहाँ पुरस्कार

▪️ 2001 - महाराष्ट्र भूषण


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