जज फ्रैंक कैप्रियो के बारे में पूरी विस्तृत जानकारी दी गई है:
1) पूरा नाम और परिचय
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पूरा नाम: Frank Caprio (फ्रैंक कैप्रियो)
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जन्म: 24 नवम्बर 1936, प्रोविडेन्स, रोड आइलैंड, अमेरिका
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निधन: 20 अगस्त 2025 (उम्र 88 वर्ष)
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पहचान: “Caught in Providence” कोर्ट शो के ज़रिये विश्वभर में मशहूर, दयालु और संवेदनशील अमेरिकी जज।
2) बचपन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
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इटैलियन-अमेरिकन परिवार में जन्म।
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बचपन में घर की आर्थिक स्थिति सामान्य थी।
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छोटे-मोटे काम किए—अख़बार बाँटना, जूते पॉलिश करना आदि।
3) शिक्षा
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स्नातक: Providence College
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क़ानून की पढ़ाई: Suffolk University Law School (रात में पढ़ाई करते हुए, साथ ही शिक्षक की नौकरी भी की)।
4) करियर की शुरुआत
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1954–1962: आर्मी नेशनल गार्ड में सेवा।
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1962–1968: प्रोविडेन्स सिटी काउंसिल के सदस्य।
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बाद में रोड आइलैंड बोर्ड ऑफ गवर्नर्स फॉर हायर एजुकेशन के चेयर भी बने।
5) न्यायिक करियर
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1985 में प्रोविडेन्स म्युनिसिपल कोर्ट के जज बने।
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लगभग 40 साल तक सेवा दी और 2023 में रिटायर हुए।
6) Caught in Providence (शो)
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यह उनके असली कोर्टरूम का शो था।
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छोटे-छोटे ट्रैफ़िक और म्युनिसिपल केसों को दया और समझदारी से हल करने की उनकी शैली वायरल हुई।
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शो को कई बार डे-टाइम एमी अवॉर्ड्स के लिए नामांकित किया गया।
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उनके वीडियो पर अरबों व्यूज़ आए।
7) उनकी खासियत और लोकप्रियता का कारण
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गरीब और परेशान लोगों के जुर्माने माफ़ करना।
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बच्चों से कोर्ट में राय लेना।
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हर केस को केवल कानून की नज़र से नहीं बल्कि इंसानियत से देखना।
8) परोपकार और सामाजिक योगदान
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2021 में “Filomena Fund” शुरू किया—जो उन लोगों की मदद करता है जो ट्रैफ़िक फाइन नहीं भर सकते।
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कई छात्रवृत्तियाँ और शिक्षा कार्यक्रम शुरू किए।
9) कैंसर और अंतिम संदेश
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दिसम्बर 2023 में उन्होंने बताया कि उन्हें पैंक्रियाटिक कैंसर है।
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मई 2024 में रेडिएशन पूरा होने पर अस्पताल में खुशी जताई।
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निधन से कुछ दिन पहले अस्पताल से लोगों से दुआओं की अपील करते हुए वीडियो जारी किया।
10) किताब
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फरवरी 2025 में उनकी आत्मकथा/अनुभवों पर आधारित किताब “Compassion in the Court” प्रकाशित हुई।
11) परिवार
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पत्नी: Joyce Caprio
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बच्चे: पाँच
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पोते-पोती: सात
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परपोते/परपोतियाँ: दो
12) विरासत और सम्मान
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उन्हें दयालुता और न्याय के प्रतीक के रूप में याद किया जाता है।
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रोड आइलैंड के गवर्नर ने उनके निधन पर राज्यभर में शोक प्रकट किया और झंडे आधे झुकाने का आदेश दिया।
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उनकी सबसे बड़ी सीख: "न्याय और करुणा साथ-साथ चल सकते हैं।"