कैलाश मानसरोवर के बारे में पूरी जानकारी स्टेप-बाय-स्टेप हिंदी में:
1. कैलाश मानसरोवर क्या है?
कैलाश मानसरोवर एक पवित्र तीर्थ स्थल है जो तिब्बत (चीन) में स्थित है। यह दो मुख्य हिस्सों से मिलकर बना है:
- कैलाश पर्वत: इसे भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है। इसकी ऊंचाई 6,638 मीटर (21,778 फीट) है।
- मानसरोवर झील: यह दुनिया की सबसे ऊंची ताजे पानी की झीलों में से एक है, जो 4,590 मीटर (15,060 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है।
यह हिंदू, बौद्ध, जैन और बोन धर्म के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हिंदुओं के लिए यह शिव का धाम है, जबकि बौद्ध इसे ब्रह्मांड का केंद्र मानते हैं।
2. धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
- हिंदू धर्म: मान्यता है कि कैलाश पर्वत पर भगवान शिव और माता पार्वती रहते हैं। मानसरोवर झील को ब्रह्मा ने अपने मन से बनाया था।
- बौद्ध धर्म: इसे गुरु रिनपोचे और बुद्ध का स्थान माना जाता है।
- जैन धर्म: प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव ने यहाँ निर्वाण प्राप्त किया था।
- बोन धर्म: इसे पृथ्वी का केंद्र और आध्यात्मिक शक्ति का स्रोत माना जाता है।
3. यात्रा का समय
- सबसे अच्छा समय: मई से सितंबर। इस दौरान मौसम अनुकूल रहता है।
- सर्दियों में (अक्टूबर से अप्रैल) भारी बर्फबारी के कारण यात्रा संभव नहीं होती।
4. यात्रा के मार्ग
कैलाश मानसरोवर तक पहुँचने के लिए मुख्य रूप से दो रास्ते हैं:
(क) भारत से (लिपुलेख दर्रा, उत्तराखंड)
- शुरुआत: दिल्ली से शुरू होती है।
- मार्ग: दिल्ली → अल्मोड़ा → धारचूला → लिपुलेख दर्रा → तिब्बत।
- विशेषताएँ: यह रास्ता कठिन है, जिसमें पैदल ट्रेकिंग और ऊँचाई की चुनौतियाँ शामिल हैं।
- समय: 20-25 दिन।
- भारत सरकार विदेश मंत्रालय के माध्यम से इसकी व्यवस्था करती है।
(ख) नेपाल से (काठमांडू के रास्ते)
- शुरुआत: काठमांडू (नेपाल)।
- मार्ग: काठमांडू → नेपालगंज → सिमिकोट → हिल्सा → तिब्बत।
- विशेषताएँ: हेलीकॉप्टर और सड़क मार्ग का उपयोग होता है, जो अपेक्षाकृत आसान है।
- समय: 10-14 दिन।
- निजी टूर ऑपरेटर इसकी व्यवस्था करते हैं।
5. यात्रा की तैयारी (स्टेप-बाय-स्टेप)
स्टेप 1: शारीरिक तैयारी
- ऊँचाई पर चलने के लिए फिटनेस जरूरी है। रोजाना व्यायाम, ट्रेकिंग और साँस लेने के अभ्यास करें।
- डॉक्टर से स्वास्थ्य जाँच करवाएँ।
स्टेप 2: दस्तावेज
- पासपोर्ट (6 महीने की वैधता)।
- चीनी वीजा और तिब्बत ट्रैवल परमिट।
- भारत सरकार के मार्ग से जाने पर ऑनलाइन पंजीकरण (kmy.gov.in)।
स्टेप 3: सामान
- गर्म कपड़े (जैकेट, दस्ताने, टोपी)।
- ट्रेकिंग जूते, दवाइयाँ (ऊँचाई की बीमारी के लिए), पानी की बोतल, सूखा भोजन।
स्टेप 4: पंजीकरण और बुकिंग
- सरकारी यात्रा के लिए विदेश मंत्रालय में आवेदन।
- निजी यात्रा के लिए टूर ऑपरेटर (जैसे मैक्स हॉलीडेज) से संपर्क।
6. यात्रा का खर्च
- सरकारी मार्ग: लगभग 1.5-2 लाख रुपये प्रति व्यक्ति।
- नेपाल मार्ग: 1.8-2.5 लाख रुपये (हेलीकॉप्टर सहित)।
- अतिरिक्त खर्च: व्यक्तिगत सामान, दान आदि।
7. यात्रा का अनुभव
- मानसरोवर झील: यहाँ स्नान और पूजा की जाती है। झील का पानी शांत और पवित्र माना जाता है।
- कैलाश परिक्रमा: 52 किलोमीटर की परिक्रमा होती है, जो 3 दिन में पूरी की जाती है। सबसे ऊँचा बिंदु डोल्मा-ला दर्रा (5,600 मीटर) है।
- प्रकृति: बर्फीले पहाड़, शांत झील और अनोखा शांति का अनुभव।
8. सावधानियाँ
- ऊँचाई की बीमारी (Altitude Sickness) से बचने के लिए धीरे-धीरे आगे बढ़ें।
- ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, इसलिए ऑक्सीजन सिलेंडर साथ रखें।
- स्थानीय नियमों का पालन करें, जैसे झील में नहाना अब प्रतिबंधित है (केवल बाल्टी से पानी लेकर स्नान संभव)।
9. रोचक तथ्य
- कैलाश पर्वत पर कोई चढ़ाई नहीं कर सका, इसे रहस्यमयी माना जाता है।
- मानसरोवर झील दिन में रंग बदलती है - नीला, हरा और रात में चाँदनी में चमकती है।
- पास में राक्षस ताल नाम की दूसरी झील है, जो नकारात्मक ऊर्जा से जुड़ी मानी जाती है।
10. कैसे पहुँचें?
- हवाई मार्ग: दिल्ली से काठमांडू या पिथौरागढ़ तक उड़ान।
- सड़क मार्ग: बस या जीप से आगे की यात्रा।
- पैदल: परिक्रमा और कुछ हिस्सों में ट्रेकिंग।
कैलाश मानसरोवर की यात्रा एक आध्यात्मिक और शारीरिक चुनौती है, जो जीवन में एक बार जरूर अनुभव करनी चाहिए।
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