नवदीप सिंह – भारत के एक प्रेरणादायक पैरालिंपिक एथलीट – के बारे में संपूर्ण जानकारी :
व्यक्तिगत जानकारी
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पूरा नाम / जन्मदिन: नवदीप सिंह का जन्म 11 नवंबर 2000 को हरियाणा के पानीपत में हुआ था ।
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शारीरिक स्थिति: वो F41 श्रेणी (कम ऊँचाई वाले एथलीट के लिए) में प्रतिस्पर्धा करते हैं, कद लगभग 4 फीट 4 इंच है।
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शिक्षा: दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्री वेंकटेश्वर कॉलेज से B.A. हिंदी (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त की ।
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पेशा: वे एक इनकम टैक्स विभाग में इंस्पेक्टर के रूप में कार्यरत हैं (बेंगलुरु में) ।
शुरुआती जीवन और चुनौतियाँ
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बचपन में नवदीप को ऊँचाई को लेकर अक्सर तानों का सामना करना पड़ा; उन्हें “बौना” कहा जाता था, जिससे वे कई दिनों तक घर से बाहर नहीं निकलते थे ।
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उनके पिता (एक रियल जीवन में पहलवान और ग्राम सचिव) ने उन्हें प्रेरित किया और किताबें दी। उनकी सफलता पर पूरा गाँव गर्व करता था ।
खेल में कदम और करियर
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प्रोफेशनल प्रशिक्षण की शुरुआत 2017 में हुई, और उन्होंने उसी साल दुबई में हुए एशियन यूथ पैरागेम्स में जावेलिन F41 इवेंट में गोल्ड जीता ।
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2021 में डुबई (Fazza इंटरनेशनल ग्रांड प्रिक्स) में भी गोल्ड, और 2022 में USA Desert Challenge Cup में गोल्ड जीता ।
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2022 के एशियाई पैरागेम्स और 2020 के टोक्यो पैरालिंपिक्स में चौथे स्थान पर रहे ।
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2024 विश्व पैराथलेटिक्स चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज पदक भी जीत चुके हैं ।
पेरिस पैरालिंपिक्स 2024: सुनहरा मुकाम
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दिनांक: 7 सितंबर 2024, पेरिस पैरालिंपिक में F41 जावेलिन थ्रो फाइनल
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प्रदर्शन: उनकी तीसरी कश से 47.32 मीटर का थ्रो, जो कि नया पैरालिंपिक रिकॉर्ड था (पूर्व रिकॉर्ड 47.13 मीटर था) ।
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हालांकि इरान के Sadegh Beit Sayah ने 47.64 मीटर से आगे निकलते हुए गोल्ड दिखा दिया, लेकिन उनकी अनुचित व्यवहार (unsporting conduct) के चलते उन्हें बाद में डिस्क्वालीफाई कर दिया गया
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परिणामस्वरूप, नवदीप सिंह को सिल्वर से गोल्ड में अपग्रेड कर दिया गया — भारत का F41 में पहला पैरालिंपिक गोल्ड मैडल ।
भावनात्मक प्रतिक्रिया और प्रेरणा
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नवदीप ने कहा: “हमें भी उतना दर्जा मिलना चाहिए, मैंने भी देश का नाम रोशन किया है”, जिससे समुदाय में सम्मान की मांग स्पष्ट होती है I
उनकी ताकतभरी प्रतिक्रिया, जहाँ उन्होंने असफल शुरुआत के बाद तीसरे प्रयास में रिकॉर्ड थ्रो किया, दर्शाती है उनकी मजबूत मानसिकता और संघर्ष की कहानी ।
सारांश
जन्म और परिवार | 11 नवंबर 2000, पानीपत; पिता पहलवान व ग्राम सचिव |
शिक्षा | श्री वेंकटेश्वर कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी |
पेशा | इनकम टैक्स इंस्पेक्टर (बेंगलुरु) |
खेल कैरियर | 2017- एशियन यूथ पैरागेम्स गोल्ड; कई अंतर्राष्ट्रीय पदक |
पेरिस 2024 | 47.32 मीटर, स्वर्ण पदक (अपग्रेड) |
प्रेरणा | तानों और चुनौतियों से लड़कर ग्लोबल सफलता प्राप्त की |
नवदीप सिंह की कहानी सिर्फ एक खिलाड़ी की कहानी नहीं—बल्कि यह साहस, आत्मसम्मान और दृढ़ता की कहानी है। उन्होंने अपने शरीर को ताकत में बदला, समाज के पूर्वाग्रहों को चुनौती दी और पैरालिंपिक मंच पर भारत का गौरव बढ़ाया।
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