नीम करोली बाबा का संपूर्ण जीवन परिचय
नीम करोली बाबा को हनुमान भक्त और महान संत के रूप में जाना जाता है। उन्हें महाराजजी के नाम से भी पुकारा जाता था। उनके चमत्कार, साधना, और उनके द्वारा किए गए कार्यों ने दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रभावित किया।
1. जन्म और प्रारंभिक जीवन
- पूरा नाम: लक्ष्मी नारायण शर्मा
- जन्म: 1900 (संभावित), अकबरपुर, उत्तर प्रदेश
- परिवार: एक ब्राह्मण परिवार में जन्मे
- बाल्यकाल: बाल्यावस्था से ही उनका मन आध्यात्म की ओर झुका हुआ था।
2. सन्यास और आध्यात्मिक यात्रा
- कम उम्र में ही वे घर छोड़कर साधु बन गए।
- उन्होंने पूरे भारत का भ्रमण किया और विभिन्न स्थानों पर तपस्या की।
- बाद में, वे फिर से अपने घर लौटे, लेकिन जल्द ही पुनः सन्यास ले लिया।
3. नीम करोली बाबा नाम कैसे पड़ा?
- कहा जाता है कि एक बार वे बिना टिकट ट्रेन में यात्रा कर रहे थे।
- टिकट निरीक्षक ने उन्हें फतेहगढ़ स्टेशन पर उतार दिया।
- जैसे ही बाबा उतरे, ट्रेन आगे नहीं बढ़ी।
- जब रेलवे अधिकारियों ने उनसे प्रार्थना की और पुनः ट्रेन में बिठाया, तब ट्रेन चल पड़ी।
- इसके बाद से वे "नीम करोली बाबा" के नाम से प्रसिद्ध हो गए (नीम करोली उत्तर प्रदेश का एक गाँव है)।
4. हनुमान जी के परम भक्त
- नीम करोली बाबा हनुमान जी के अनन्य भक्त थे।
- उनके आश्रमों में हनुमान जी की पूजा की जाती है।
- वे हमेशा भक्ति, सेवा, और प्रेम का संदेश देते थे।
5. प्रमुख चमत्कार और दिव्य घटनाएँ
- कहा जाता है कि बाबा के आशीर्वाद से असंभव कार्य भी संभव हो जाते थे।
- उनके कई भक्तों ने उनके द्वारा किए गए चमत्कारों को महसूस किया।
- स्टीव जॉब्स, मार्क जकरबर्ग और जूलिया रॉबर्ट्स जैसे प्रसिद्ध लोग भी उनसे प्रभावित हुए।
6. प्रमुख आश्रम और स्थान
कैंची धाम आश्रम (उत्तराखंड)
- यह बाबा का सबसे प्रसिद्ध आश्रम है, जो नैनीताल के पास स्थित है।
- यहाँ हर साल 15 जून को एक विशाल भंडारा आयोजित किया जाता है।
वृंदावन आश्रम
- यह बाबा के अंतिम दिनों का स्थान था।
- उन्होंने यहाँ समाधि ली थी।
लखनऊ, कनाडा, और अमेरिका में आश्रम
- उनके भक्तों ने विभिन्न देशों में भी उनके आश्रम बनाए हैं।
7. भक्तों पर प्रभाव और प्रसिद्ध लोग
- बाबा के उपदेशों और चमत्कारों ने अनेक भारतीय और विदेशी भक्तों को प्रभावित किया।
- स्टीव जॉब्स (Apple के संस्थापक)
- मार्क जकरबर्ग (Facebook के संस्थापक)
- रिचर्ड एलपर्ट (राम दास)
- जूलिया रॉबर्ट्स (हॉलीवुड अभिनेत्री)
8. उपदेश और शिक्षाएँ
- "सब प्रेम हैं" – वे प्रेम और सेवा को सबसे बड़ा धर्म मानते थे।
- "भक्ति और सेवा" – उन्होंने हनुमान जी की तरह निस्वार्थ सेवा का संदेश दिया।
- "भोजन कराओ" – बाबा हमेशा भंडारा करवाते थे, ताकि कोई भूखा न रहे।
- "सादगी और त्याग" – वे हमेशा सादगी से जीवन जीने की सलाह देते थे।
9. महासमाधि (निधन)
- तारीख: 11 सितंबर 1973
- स्थान: वृंदावन, उत्तर प्रदेश
- बाबा ने अपने नश्वर शरीर का त्याग कर दिया, लेकिन उनकी शिक्षाएँ और ऊर्जा आज भी उनके भक्तों के साथ हैं।
10. नीम करोली बाबा की विरासत
- आज भी उनके आश्रमों में लाखों भक्त आते हैं।
- कैंची धाम में हर साल हजारों लोग दर्शन करने आते हैं।
- उनके विचार और शिक्षाएँ आज भी लोगों को मार्गदर्शन प्रदान करती हैं।
निष्कर्ष
नीम करोली बाबा सिर्फ एक संत नहीं, बल्कि प्रेम और सेवा का प्रतीक थे। उनकी शिक्षाएँ हमें सिखाती हैं कि बिना किसी स्वार्थ के प्रेम और भक्ति में लीन रहना ही सच्चा जीवन है। उनका आशीर्वाद आज भी करोड़ों लोगों को प्रेरणा देता है।
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