मार्कण्डेय महादेव मंदिर की पूरी जानकारी और वहाँ कैसे पहुँचे?
मार्कण्डेय महादेव मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी (बनारस) जिले में स्थित एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है। यह मंदिर भगवान महादेव (शिव) को समर्पित है और इसका संबंध महर्षि मार्कण्डेय की कथा से जुड़ा हुआ है। इसे "कालजयी मंदिर" भी कहा जाता है क्योंकि यहाँ यमराज को पराजित करने वाले भगवान शिव की विशेष महिमा है।
1. मार्कण्डेय महादेव मंदिर का महत्व
✔ यह मंदिर भगवान शिव के चमत्कारी स्थानों में से एक माना जाता है।
✔ महर्षि मार्कण्डेय को यहाँ शिव जी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ था, जिससे उन्हें अमरत्व की प्राप्ति हुई।
✔ ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति इस मंदिर में सच्चे मन से पूजा करता है, उसे लंबी उम्र और स्वास्थ्य लाभ मिलता है।
✔ सावन मास, महाशिवरात्रि और कार्तिक मास में यहाँ भक्तों की भारी भीड़ होती है।
2. मार्कण्डेय महादेव मंदिर कहाँ स्थित है?
✔ स्थान: काशी (वाराणसी) से लगभग 30 किमी दूर
✔ स्थान का नाम: मार्कण्डेय महादेव, कैथी गांव, वाराणसी-गाजीपुर मार्ग
✔ निकटतम प्रमुख शहर: वाराणसी और गाजीपुर
✔ नदी के किनारे: गंगा और गोमती नदियों के संगम पर स्थित
3. मार्कण्डेय महादेव मंदिर कैसे पहुँचे?
✈️ हवाई मार्ग (By Air)
✔ निकटतम हवाई अड्डा:
- लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (वाराणसी एयरपोर्ट)
- दूरी: लगभग 40 किमी
- कैसे जाएँ? एयरपोर्ट से टैक्सी या ऑटो लेकर मंदिर तक जा सकते हैं।
🚆 रेल मार्ग (By Train)
✔ निकटतम रेलवे स्टेशन:
- वाराणसी जंक्शन (BSB) – 30 किमी
- गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन – 32 किमी
- मड़ियाहूं रेलवे स्टेशन (जौनपुर) – 35 किमी
✔ रेलवे स्टेशन से आगे कैसे जाएं?
- वाराणसी या गाजीपुर से बस, टैक्सी या ऑटो लेकर सीधे मंदिर पहुँचा जा सकता है।
🛣️ सड़क मार्ग (By Road)
✔ वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर और प्रयागराज से सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
✔ बस और टैक्सी सेवाएँ उपलब्ध हैं:
- वाराणसी से: 30 किमी – टैक्सी, ऑटो, बस से 45 मिनट में पहुँच सकते हैं।
- गाजीपुर से: 32 किमी – बस या टैक्सी से 50 मिनट लगते हैं।
- मऊ / आजमगढ़ से: 70-80 किमी – कार या बस से 2-3 घंटे लगते हैं।
✔ निजी वाहन से कैसे जाएँ?
- अगर आप खुद की गाड़ी से आ रहे हैं, तो Google Maps में "Markandey Mahadev Temple, Kaithi" सर्च करें और रास्ता फॉलो करें।
- वाराणसी-गाजीपुर हाईवे से मंदिर तक अच्छी सड़क सुविधा उपलब्ध है।
4. मंदिर में दर्शन और आरती का समय
पूजा / आरती | समय |
---|---|
मंगला आरती | सुबह 4:00 AM – 5:00 AM |
श्रृंगार आरती | सुबह 6:00 AM – 7:00 AM |
मध्याह्न आरती | दोपहर 12:00 PM – 1:00 PM |
संध्या आरती | शाम 7:00 PM – 8:00 PM |
शयन आरती | रात 10:00 PM – 11:00 PM |
दर्शन का समय | सुबह 4:00 AM से रात 10:30 PM तक |
5. मार्कण्डेय महादेव मंदिर से जुड़ी पौराणिक कथा
- महर्षि मृकंडु ऋषि के पुत्र मार्कण्डेय शिव भक्त थे।
- जब वे 16 वर्ष के हुए, तो यमराज उन्हें लेने आए।
- मार्कण्डेय ने शिवलिंग को गले लगाकर महादेव की अराधना की।
- भगवान शिव प्रकट हुए और यमराज को पराजित कर दिया।
- भगवान शिव ने मार्कण्डेय को चिरंजीवी (अमरता) का वरदान दिया।
- यही स्थान "मार्कण्डेय महादेव मंदिर" के रूप में प्रसिद्ध हुआ।
6. मार्कण्डेय महादेव यात्रा के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
✔ क्या साथ ले जा सकते हैं?:
- फूल, बेलपत्र, गंगाजल, दूध, प्रसाद आदि।
✔ क्या मना है?: - चमड़े की वस्तुएँ, मोबाइल, कैमरा, शराब और धूम्रपान सख्त मना है।
✔ सावधानियाँ: - मंदिर में भीड़ के दौरान जेबकतरों से बचें।
- सावन मास और महाशिवरात्रि पर यहाँ भारी भीड़ होती है, इसलिए पहले से योजना बनाएँ।
✔ विशेष दिन: - सावन मास, महाशिवरात्रि, कार्तिक पूर्णिमा और श्रावणी सोमवार को यहाँ विशेष भीड़ होती है।
7. मार्कण्डेय महादेव मंदिर के पास घूमने योग्य स्थान
✔ काशी विश्वनाथ मंदिर (वाराणसी) – 30 किमी
✔ गंगा घाट (वाराणसी) – 30 किमी
✔ सारनाथ (बौद्ध स्थल) – 40 किमी
✔ रामनगर किला – 35 किमी
✔ गाजीपुर के ऐतिहासिक स्थल – 32 किमी
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